ख़बरदार अगर बिजली का बिल जमा किया तो 1000 रुपये का जुर्माना भरना होगा

आपको लग रहा होगा कि ये कहां का समाचार है कि  बिजली का बिल भरने पर 1000 का जुर्माना भरना पड़ रहा है पर जनाब ये सच है और मध्‍यप्रदेश के मुख्‍यमंत्री के अपने ही जिले का ये समाचार है । समाचार है सीहोर जिले के इछावर विकासखंड के ब्रिजिसनगर ग्राम का जहां पर लगातार की बिजली कटौती से तंग आकर गांव वालों ने पूरे गांव में ही ये डोंडी पिटवा दी है कि कोई भी बिजली का बिल नहीं भरेगा और जो कोई भी बिजली का बिल भरने का जुर्म करेगा उस पर ये जुर्माना लगा दिया जाएगा । मज़े की बात तो ये है कि बुधवार से ये डोंडी ग्राम में पिटवाई जा रही है और बाकायदा ग्राम के कोटवार के हाथों ही पिटवाई जा रही है । ये मुनादी ग्राम की पंचायत के द्वारा करवाई जा रही है । ग्राम के लोगों का कहना है कि गांव में कुल मिलाकर 2 ये तीन घंटे ही बिजली मिलती है और उसका भी कोई भरोसा नहीं होता है कि मिलेगी कि नहीं । काम काज सब चौपट हो गया है और कोई कोई दिन तो ऐसा भी होता है कि पूरे पूरे चौबीस घंटे ही अंधेरे में काटने होते हैं । ऐसे में गांव वालों ने ये निर्णय सामूहिक रूप से लिया है कि जब बिजली ही नहीं मिल रही है तो फिर बिल काहे का । और ऐसी ही एक मुनादी गांव की पंचायत की ओर से गांव में करवा दी गई है और करवाई जा रही है कि अब जो भी ग्रामीण बिजली का बिल भरता है उस पर एक हजार रुपये का जुर्माना लग जाएगा । ब्रिजिस नगर के जेई राजकुमार गुप्‍ता का कहना है कि ग्रामीणों ने पूरे गांव में कोटवार से बिजली का बिल नहीं भरने की मुनादी करवाई तो है और साथ ही उनको भी गांव की सरपंच सुमन बाई ने पत्र दिया है कि बिजली विभाग के द्वारा बिजली नहीं दी जा रही है अत: गांव के लोग अब बिल नहीं भरेंगें । तो ये हालत चुनाव के साल में उस भाजपा के शासन की है और मुख्‍यमंत्री के अपने ही जिले की है जो कि बिजली को ही आधार बना के सत्‍ता में आई थी । पांच साल पहले जब कांग्रेस की सरकार गिरी थी तो मुख्‍य मुद्दा बिजली का ही था और मजे की बात तो ये है कि कांग्रेस की सरकार के दौरान भी मई जून से बिजली की हालत खराब होना प्रारंभ हुई थी तो बिगड़ती ही गई थी । अभी भी वैसा ही हो रहा है पूरे प्रदेश में बिजली को लेकर आंदोलन हो रहे हैं । और ऐसे में अगर कुछ और गांवों ने यदि ब्रिजिस नगर की तरह से निर्णय ले लिये तो सरकार को लेने के देने पड़ सकते हैं ।

1 comments:

नीरज गोस्वामी said...

कोई हमें बताये की नयूक्लेअर डील के बाद क्या इस तरह की खबरें मिलनी बंद हो जाएँगी?..कितने दुःख की बात है की हम पानी बिजली जैसे मूल भूत सुविधाओं के लिए आज तक तरस रहे हैं...
नीरज