मज़ेदार समाचार कब कहां बन जाएं कोई नहीं कह सकता और उस पर ये नई तकनीक इसकी तो बलिहारी ही है । अब जैसे झुग्गी में रहने वाले रामचरण को जब डाक से टेलीफोन का बिल मिला और वो भी पांच हजार का तो उसके तो होश ही उड़ गए । और पूरे मामले में सबसे मजे की बात ये है कि बिल कतई ग़लत भी नहीं है मतलब टेलीफोन विभाग की लापरवाही से आ गया हो ये भी नहीं है तो फिर रहस्य क्या है इसका ।
रामचरण की झुग्गी पर जब डाकिया पांच हजार का टेलीफोन का बिल लेकर पहुचा तो रामचरण के तो होश ही उड़ गए । मध्य प्रदेश्ा के सीहोर जिला मुख्यालय क इछावर खंड के रामचरण ने जब टेलीफोन आफिस जाकर पता किया तो पता चला कि फोन तो उसीके नाम से है और उसके राशन कार्ड की फोटो कापी भी लगी है साथ्ा में रामचरण बड़ा हैरान हुआ कि ये क्या मामला है । घर जाकर पता किया तो ज्ञात हुआ कि पड़ोस का रहने वाला कमलेश राशन कार्ड पर शक्कर दिलाने के लिये राशन कार्ड मांग कर ले गया था और उसने वहीं उसकी फोटो कापी करवा के फोन कनेक्शन लेने में उपयोग कर लिया । और वो ही मज़े से एफडब्ल्यूटी तरंग देलीफोन का मजा ले रहा था बिल विल तो कौन भरता जब फोन ही अपने नाम से नहीं हो और पता चला कि एक माह में ही पांच हजार के ठोंक दिये । मामला पताचलते ही रामचरण पुलिस के पास पहुच गया और फरियाद की कि साब मुझे इंसाफ चाहिये और पुलिस ने भी इंसाफ कर दिया वो ये कि पहले तो कमलेश पूरा बिल भरेगा और फिर फोन रामचरण को दे देगा कि वो उसका चाहे जो करे । मगर रामचरण तो अड़ा है धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज करवाने के लिये ।
1 comments:
सही तो अड़ा है. धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज होना ही चाहिये. कल को वो फिर ऐसा ही किसी और के साथ करेगा. पकड़ गये तो ठीक वरना राम राम!!
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