लता मंगेशकर महोत्‍सव : ये हैं लता जी की पसंद के गीत जो उनहोंने खुद ही पसंद किये हैं कि ये उनके फेवरेट हैं । ये पहली किश्‍त है अगली थोड़ी देर में

ये गीत वे गीत हैं जो लती जी ने 1949 से लेकर 1965 तक अपनी पसंद में शामिल किये हैं ये पहली कड़ी है इसके बाद मैं 1965 से अभी तक की उनकी पसंद प्रस्‍तुत करुंगा । संगीतकारों के नाम मैंने अपने स्‍वयं के ज्ञान के आधार पर दिये हैं हो सकता है एकाध नाम मैं कहीं दे न पाया हूं या कहीं भूल कर गया हूं ।

वे गाने जो लता जी ने स्‍वयं ही छांटे हैं
ये गीत उन्‍होनें वर्षों के हिसाब से लिये हैं मैं भी उसी आधार पर ले रहा हूं
1949
1आएगा आने वाला आएगा : फिल्‍म महल (खेमचंद प्रकाश)
2 तुम्‍हारे बुलाने को जी चाहता है : लाड़ली (अनिल विश्‍वास)
1950
1 दिल ही तो है तड़प गया : आधी रात
1951
1आज मेरे नसीब ने मुझको रुला दिया : हलचल (सज्‍जाद हुसैन)
2 वो दिन क‍हां गए बता : तराना (अनिल विश्‍वास)
1952
1 वो तो चले गए ए दिल : संगदिल (सज्‍जाद हुसैन)
2 ए री मैं तो प्रेम दीवानी : नौ बहार (अनिल विश्‍वास)
1953
1मुझसे मत पूछ : अनारकली ( सी रामचंद्र)
2 आ आ री निंदिया तू आजा : दो बीघा जमीन (सलिल चौधरी )
1954
1 ना मिलता ग़म तो बरबादी के : अमर (नौशाद)
1955
1 फैली हुईं हैं चाहत की बांहें : हाउस नं 44 ( एसडी बर्मन)
1956
1 रसिक बलमा हाय रे : चोरी चोरी ( शंकर जयकिशन)
2 गुजरा हूआ जमाना : शीरी फरहाद (मोहिंदर)
3 मैं पिया तेरी तू माने : बसंत बहार ( शंकर जयकिशन)
1957
1 ए मालिक तेरे बंदे हम : दो आंखें बारह हाथ ( वसंत देसाई)
1958
1आजा रे परदेसी मैं तो : मधुमती ( सलिल चौधरी)
1959
1 दिल का खिलौना हाय टूट गया : गूंज उठी शहनाई ( रामलाल)
1960
1 ओ सजना बरखा बहार : परख (सलिल चौधरी)
2 कैसे दिन बीतें कैसे बीतीं : अनुराधा (पं रविशंकर)
1961
1अल्‍लाह तेरो नाम : हम दोनों (जयदेव)
1962
1 कहीं दीप जले कहीं दिल : बीस साल बाद ( हेमंत कुमार)
2 जुर्मे उल्‍फत पे हमें लोग : ताज महल ( रोशन)
1963
1 तेरे बचपन को जवानी की दुआ : मुझे जीने दो ( जयदेव)
2 खेलो ना मेरे दिल से : हकीकत ( मदन मोहन)
3 वो चुप रहें तो मेरे : जहां आरा ( मदन मोहन)
4 ए दिलरुबा : रुस्‍तमे सोहराब ( सज्‍जाद हुसैन)
1964
1 लग जा गले : वो कौन थी ( मदन मोहन)
2 नगमा ओ शेर की : ग़ज़ल (मदन मोहन)
3 ए री जाने न दूंगी : चित्रलेखा (रोशन)
1965
1 दिल का दिया जला के : आकाशदीप ( चित्रगुप्‍त)

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